तेरे निसार प्रियतमा,
जो तुझको मुझसे प्यार है
तेरा बयान बा-ख़ुदा
दिल मेरा शुक्रगुज़ार है।
है ख़ुदा गवाह, ये आसमां
दिल टूटने के ख़ौफ़ से
मैं न कह सका तुझे कभी
दिल मेरा बेक़रार है
मेरा प्यार तेरे नयन में
मैं उसी से था कुछ यूं बंधा
क्यूं तू न ये समझ सकी
मेरा ठहरना इक़रार है ।
'मुझे सिर्फ तू ही पसंद है'
तेरे लब हिले, मेरा दिल गया
और शर्मीली उन नज़रों का
मुझे आज तक वो ख़ुमार है
तेरे निसार प्रियतमा...।।
No comments:
Post a Comment